mata ki aarti lyrics,माता की आरती लिरिक्स,जय अम्बे गौरी मईया जय श्यामा गौरी (आरती)-Jai Ambe Gauri-Bhajan Shrinkhla - Punarnava Sharma Lyrics
mata ki aarti lyrics From "surbhilyrics.com/" हिन्दू धर्म में आदि शक्ति जगदम्बा का स्थान सबसे ऊपर माना जाता है। माता जी की आरती करने से हर प्रकार की नकारात्मक शक्तियों का हनन होता है। माता दुर्गा जी की आरती करने से मनुष्य के समस्त जीवन में भौतिक सुखों की अनुभूति होती है। माता की भक्ति से समस्त जीवन को सुखमय बनाया जा सकता है। यदि व्यस्तता के कारण माता की आराधना ना कर सकें तो मात्र माता की आरती और उनका नाम जपने से ही माता प्रशन्न हो जाती है। और आशीर्वाद देती हैं। नवरात्रों में माता रानी की आरती का विशेष महत्व होता है। माँ अम्बे दुर्गा का ही नाम है। नवरात्रों में माता के नवों रूपों की पूजा नव दिनों तक करतें हैं। और नव दिन सुबह शाम माता की यह आरती गाकर माता की आरती उतारते हैं। जिससे माता रानी की सभी भक्तों पर असीम कृपा होती है।
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Singer | Punarnava Sharma |
Composer | Mahant Shiromani Omnath Sharma |
Music | B Vini,Bhajan Shrinkhla |
Song Writer | Mahant Shiromani Omnath Sharma |
जय अम्बे गौरी,मैया जय श्यामा गौरी
तुमको निशदिन ध्यावतX2
हरि ब्रह्मा शिवरी
ॐ जय अम्बे गौरी
जय अम्बे गौरी,मैया जय श्यामा गौरी
तुमको निशदिन ध्यावतX2
हरि ब्रह्मा शिवरी
ॐ जय अम्बे गौरी
मांग सिंदूर विराजत,टीको मृगमद को
मैया टीको मृगमद को
उज्ज्वल से दो नैनाX2
चंद्रवदन नीको
ॐ जय अम्बे गौरी
कनक समान कलेवर,रक्ताम्बर राजै
मैया रक्ताम्बर राजै
रक्तपुष्प गल मालाX2
कण्ठन पर साजै
ॐ जय अम्बे गौरी
केहरि वाहन राजत,खड्ग खप्परधारी
मैया खड्ग खप्परधारी
सुर नर मुनि जन सेवतX2
तिनके दुखहारी
ॐ जय अम्बे गौरी
कानन कुण्डल शोभित,नासाग्रे मोती
मैया नासाग्रे मोती
कोटिक चन्द्र दिवाकरX2
सम राजत ज्योति
ॐ जय अम्बे गौरी
शुम्भ-निशुम्भ बिदारे,महिषासुर घाती
मैया महिषासुर घाती
धूम्र विलोचन नैनाX2
निशदिन मदमाती
ॐ जय अम्बे गौरी
चण्ड-मुण्ड संहारे,शोणित बीज हरे
मैया शोणित बीज हरे
मधु कैटभ दोउ मारेX2
सुर भयहीन करे
ॐ जय अम्बे गौरी
ब्रहमाणी रुद्राणी,तुम कमला रानी
मैया तुम कमला रानी
आगम-निगम बखानीX2
तुम शिव पटरानी
ॐ जय अम्बे गौरी
चौंसठ योगिनी गावत,नृत्य करत भैरव
मैया नृत्य करत भैरव
बाजत ताल मृदंगाX2
और बाजत डमरु
ॐ जय अम्बे गौरी
तुम ही जग की माता,तुम ही हो भरता
मैया तुम ही हो भरता
भक्तन की दु:ख हरताX2
सुख सम्पत्ति करता
ॐ जय अम्बे गौरी
भुजा चार अति शोभित,वर-मुद्रा धारी
मैया वर-मुद्रा धारी
मनवान्छित फल पावतX2
सेवत नर-नारी
ॐ जय अम्बे गौरी
कंचन थाल विराजत,अगर कपूर बाती
मैया अगर कपूर बाती
श्रिमालकेतु में राजतX2
कोटि रतन ज्योति
ॐ जय अम्बे गौरी
श्री अंबेजी की आरती,जो कोई नर गावे
मैया जो कोई नर गावे
कहत शिवानंद स्वामीX2
सुख-संपत्ति पावे
ॐ जय अम्बे गौरी
जय अम्बे गौरी
मैया जय श्यामा गौरी
तुमको निशदिन ध्यावतX2
हरि ब्रह्मा शिवरी
ॐ जय अम्बे गौरी
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Lakshmi ji ki aarti Lyrics-लक्ष्मी माता की आरती-Laxmi ji aarti Lyrics
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mata ki aarti lyrics,माता की आरती लिरिक्स,जय अम्बे गौरी मईया जय श्यामा गौरी (आरती)-Jai Ambe Gauri-Bhajan Shrinkhla - Punarnava Sharma Lyrics
mata ki aarti lyrics From "surbhilyrics.com/" Adi Shakti Jagadamba's position in Hinduism is considered to be at the top. Performing the Aarti of Goddess kills all kinds of negative forces. Performing the Aarti of Goddess Durga ji brings a sense of material happiness in the whole life of a human being. All life can be made happier by devotion to mother. If you are unable to worship the mother due to busyness, then the mother becomes happy only by chanting the mother's aarti and her name. And blesses. Aarti of Mata Rani has special significance in Navratri. Mother Ambe is the name of Durga. In Navratri, the nine forms of mother are worshiped till the new days. And by singing this Aarti of Mother in the morning, on the new day, we perform Mata Aarti. Due to this, all the devotees of Mother Rani have immense grace.
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Singer | Punarnava Sharma |
Composer | Mahant Shiromani Omnath Sharma |
Music | B Vini,Bhajan Shrinkhla |
Song Writer | Mahant Shiromani Omnath Sharma |
Jai Ambe Gauri, Maiya Jai Shyama Gauri.
Tumako Nishadin Dhyavat, Hari Bramha Shivari. Om Jai Ambe Gauri Mang Sindur Virajat, Tiko Mrigamad Ko. Ujjval Se Dou Naina, Chandravadan Niko. Om Jai Ambe Gauri Kanak Saman Kalevar, Raktambar Raje, Raktpushp Gal Mala, Kanthan Par Saje. Om Jai Ambe Gauri Kehari Vahan Rajat, Khadag Khappar Dhari, Sur-Nar-Munijan Sevat, Tinake Dukhahari. Om Jai Ambe Gauri Kaanan Kundal Shobhit, Nasagre Moti, Kotik Chandr Divakar, Rajat Sam Jyoti. Om Jai Ambe Gauri Shumbh-Nishumbh Bidare, Mahishasur Ghati, Dhumr Vilochan Naina, Nishadin Madamati. Om Jai Ambe Gauri Chand-Mund Sanhare, Shonit Bij Hare, Madhu-Kaitabh Dou Mare, Sur Bhayahin Kare. Om Jai Ambe Gauri Bramhani, Rudrani,Tum Kamala Rani, Agam Nigam Bakhani,Tum Shiv Patarani. Om Jai Ambe Gauri Chausath Yogini Mangal Gavat,Nritya Karat Bhairu, Bajat Tal Mridanga,Aru Baajat Damaru. Om Jai Ambe Gauri Tum Hi Jag Ki Mata, Tum Hi Ho Bharata, Bhaktan Ki Dukh Harta, Sukh Sampati Karta. Om Jai Ambe Gauri Bhuja Char Ati Shobhi,Varamudra Dhari, Manvanchhit Fal Pavat,Sevat Nar Nari. Om Jai Ambe Gauri Kanchan Thal Virajat, Agar Kapur Bati, Shrimalaketu Mein Rajat, Koti Ratan Jyoti . Om Jai Ambe Gauri Shri Ambeji Ki Arati, Jo Koi Nar Gave, Kahat Shivanand Svami, Sukh-Sampatti Pave. Om Jai Ambe Gauri |
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